Doree Episode 7: डोरी ने गोद भराई के विशेष रीति रिवाज पर फेरा पानी

पिछले एपिसोड (Episode 6) में आपने देखा कि वंश डोरी को अपने हवेली में देख लेता है और उसको पकड़ने के लिए उसके पीछे दौड़ पड़ता है।

Doree Episode 7: वंश ने पकड़ा डोरी को चोरी करते हुए

Doree Episode 7: वंश ने पकड़ा डोरी को चोरी करते हुए

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आज के एपिसोड की बात करें तो वंश डोरी के पीछे दौड़ता हुआ जाता है और डोरी के सामने एक नकली छिपकली डाल देता है जिससे डोरी डरकर दीवार की तरफ मुंह छुप ते जाती है वंश डोरी को पकड़कर पूछता है कि उसने पूजा की थाली से क्या चुराया?

डोरी बताती है कि वह उसकी पहचान है लेकिन वंश नहीं मानता है और उससे वह पोटली छीनने की कोशिश करता है। डोरी वंश को धक्का देकर भागती है और एक बाथरूम में जाकर छुप जाती है वंश बाथरूम का दरवाजा खोलने की बहुत कोशिश करता है लेकिन डोरी दरवाजा नहीं खोलती है तब वंश बाहर से ही दरवाजा बंद करके अपनी दादी को बुलाने चला जाता है।

सिर्फ कल शाम तक का है वक्त

कैलाशी देवी अपने बेटे आनंद को याद दिलाती है कि उसके पास केवल कल शाम तक का ही समय है उसे हर हाल में यह विदेशी कॉन्ट्रैक्ट हासिल करना है क्युकी यह उसके परिवार के सम्मान का प्रश्न है।

कैलाशी देवी आनंद को कहती है की अपनी आंखें खुली रखो क्योंकि हीरा कोयले के बीच में ही मिलता है और कोई एक अनोखा डिजाइन लेकर आए, चाहे उसे इसके लिए बनारस की गलियों की खाक ही क्यों न छाननी पड़े।

अपनी माँ मानसी से फिर टकराई डोरी

इधर डोरी को बहुत प्यास लगी होती है, इसलिए वह पानी पीने की कोशिश में बाथरूम का शावर चालू कर देती है। वह शावर की वजह गीली हो जाती है और डर कर दरवाजा पीटने लगती है, तभी कैलाशी देवी की मझली बहू मानसी दरवाजा खोलती है और जल्दी से डोरी को अपने कमरे में ले जाती है, जहां वह डोरी के गीले बालों को साफ करती है और उससे यहां आने का कारण पूछती है।

डोरी बताती है कि वह पोटली लेने आई थी। इस पर मानसी उसे पोटली का राज पूछती है, तब वह सारी बात मानसी को बता देती है कि उसकी नानी ने उसको घर से निकाल दिया था और यह पोटली देकर कहा था कि इस पोटली में ही इसकी पहचान है।

डोरी आगे बताती है की जब बचपन में उसके माता-पिता उसको गंगा घाट पर छोड़कर चले गए थे, तब गंगा प्रसाद डोरी को अपने घर ले आया था और उसने डोरी को अपनी बेटी बनाकर पाला पोसा था। डोरी मानसी से पूछता है की मां-बाप अपने बच्चों को ऐसे क्यों छोड़ कर चले जाते हैं?

तब मानसी उसे समझाती है कि यह सब लिखा हुआ भाग्य है। अगर भगवान कृष्ण माता देवकी से दूर नहीं होते तो उन्हें यशोदा यह जैसी मां नहीं मिलती, ठीक उसी तरह उसे गंगा प्रसाद मिले हैं।

डोरी को भूख लगी होती है तो मानसी डोरी को कहती है कि मैं तुम्हारे लिए खाने के लिए कुछ लेकर आती हूं, तुम इस कमरे से बाहर मत निकलना क्योंकि आज उनके घर में एक विशेष रीति रिवाज का कार्यक्रम चल रहा है जिसमें छोटी बच्चियों का जाना मना है। डोरी मानसी की बात मानकर कमरे में ही रुक जाती है।

विशेष रीति रिवाज की हो रही थी तैय्यारी

दूसरी और हवेली में छोटी बहू के गोद भराई पर एक विशेष रीति रिवाज का आयोजन किया जा रहा होता है, जहां मुख्य हॉल में 5 तरह के कांच लगाए गए हैं और वहां किसी भी लड़की को जाने से मना किया गया है। वहां छोटी बहू को आंख पर पट्टी बांधकर बैठाया गया है और और रिवाज के अनुसार जैसे ही छोटी बहू अपनी आंखे खोलेगी वहां केवल वंश रहेगा, ताकि पांचों शीशे में केवल वंश ही दिखाई दे और छोटी बहू को वंश की तरह बेटा हो पैदा हो।

बहुत देर तक इंतजार करने के बाद भी मानसी नहीं आती है तो डोरी मानसी को ढूंढने के लिए कमरे से बाहर निकल जाती है और वहां डोरी को ढूंढ रहा वंश डोरी को पकड़ लेता है। डोरी उससे पीछा छुड़ाने की पूरी कोशिश करती है, लेकिन वंश डोरी को दबोच लेता है और कोशिश करता है की डोरी कही भी भाग न सके। लेकिन तभी डोरी वंश के हाथ पर अपने दांतों से जोर से काटती है और खुद को छुड़ाकर बाहर की तरफ भागती है।

कैलाशी देवी के विशेष रिवाज पर फिरा पानी

जैसे ही डोरी वहां से भागती हैं वह अंधेरा होने के कारण सीधे कार्यक्रम के बीच में आ जाती है जहां पर पहले से लगे हुए पांच कांच के बीच खड़ी हो जाती है। इसी वक्त आनंद फॉकस लाइट चालू करता है और डोरी का चेहरा चारों तरफ लगे शीशे में नजर आने लगता है। ठीक उसी वक्त छोटी बहू अपनी आंखों से पट्टी हटाती है और जैसी आंख खोलती है वह देखकर चौंक जाती है। वह देखती है कि एक लड़की उसकी आंखों के सामने खड़ी है।

छोटी बहू लड़की कह कर चीखती है तो आनंद वहां की सभी लाइट ऑन कर देता है जैसे ही लाइट ऑन होती है वहां पर डोरी को खड़ा देखकर वहां मौजूद सभी लोग चौंक जाते हैं और आश्चर्य से डोरी को देखने लगते हैं। कैलाशी देवी की तो आंखें फटी की फटी रह जाती है और यह सब देख कर पंडित जी के हाथ से पानी से भरा लौटा छूट जाता है और लौटा गिरते ही सातवें एपिसोड की समाप्ति होती है।

दोस्तों, आगे क्या होगा? क्या कैलाशी देवी डोरी के साथ अभद्र व्यवहार करेगी? क्या डोरी कैलाशी देवी के गुस्से से बच पाएगी? देखने के लिए डोरी सीरियल का अगला एपिसोड देखना ना भूले।

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