पिछले एपिसोड (Doree Episode 9) में आपने देखा की गंगा प्रसाद आनंद को गुस्से में आकर मारने की कोशिश करता है और उसे अपने सामने से जाने को कहता है।
Doree Episode 10: आनंद ने गंगा को दिया पैसे का लालच

आज के एपिसोड की बात करे तो आनंद गंगा के डोरी का दुपट्टा दिखा कर गंगा से उसके साथ काम करने की बात करता है तो गंगा उसे मना कर देता है क्योंकि डोरी के अनुसार आनंद ने डोरी को बोरी में बांधकर कचरे में फेंक दिया था।
आनंद गंगा को लालच देता है और कहता है की अगर गंगा इसके साथ काम करेगा तो वो उसे बहुत पैसे देगा जिससे गंगा अपनी बेटी की परवरिश अच्छे तरीके से कर सकेगा, लेकिन गंगा उसकी बातों में नहीं आता है और वो आनंद को वहां से भगा देता है।
इधर हवेली में कैलाशी देवी कॉन्ट्रैक्ट मिलने की आस में संकटा माता की आरती करती है और साथ ही में शुक्ला की बातें उसकी दिमाग में चल रही होती है। तभी आनंद वहां आता है और बताता है की उस लड़की का बाप ही ने वो दुपट्टे का डिजाइन बनाया है, लेकिन उसने हमारे साथ काम करने से मना कर दिया है।
कैलाशी देवी इस बात से गुस्सा होती है और सबके सामने आनंद को एक जोरदार तमाचा जड़ देती है। वो आनंद को याद दिलाती है की वो ठाकुर है किसी गली का गुंडा नही, जो अपनी हार की कहानी उसे सुनाने आया है। आगे कैलाशी देवी ने कहा की साम, दाम, दण्ड, भेद चाहे जैसे भी हो उसे आज शाम तक ये काम करवाना ही है।
गंगा ने अपनी कलाई पर लिखवाया डोरी का नाम
इधर बुनकर मोहल्ले में गंगा अपने हाथ पर डोरी का नाम लिखवा रहा था, जिसकी वजह से उसे काफी दर्द हो रहा था। डोरी गंगा का दर्द देखकर रोने लग जाती है और कहती है की वो ऐसा क्यों कर रहे है, जबकि सब जानते है की गंगा डोरी से कितना प्यार करता है।
इस पर गंगा जवाब देता है की कभी कभी ये दिखाना भी पड़ता हैऔर आज के बाद कोई भी ये नही कह पाएगा की डोरी गंगा की बेटी नहीं है, तभी गंगा के पड़ोसी कहते है की सच में डोरी तेरी बेटी नहीं है, तू डोरी का बाप है और सब खिलखिला कर हंसने लगते है।
तभी दूसरा पड़ोसी बोलता है की इस बार करघा पूजा गंगा ही करेगा और ऐसा सुनते ही वहां मौजूद सभी लोग गंगा और डोरी के साथ नाचने लगते है। डोरी देखती है की गंगा को चक्कर आ रहे है, वो मन ही मन ये बात ठान लेती है की उसके बाबा को गाड़ी से टक्कर मारने वाले को जेल पहुंचा कर ही दम लेगी।
डोरी ने लिखवाई पुलिस थाने में रिपोर्ट
वह अपने दोस्त सत्तू के साथ पुलिस थाने में रिपोर्ट लिखवाने जाती है, लेकिन वहां पर मौजूद कांस्टेबल उसकी रिपोर्ट नहीं लिखता है और वहां से जाने को कहता है, लेकिन डोरी ज़िद करने लगती है की रिपोर्ट तो लिखना ही पड़ेगा तो कांस्टेबल दोनो के कान मरोड़ता है, तभी वहां की थानेदार भैरवी तोमर आती है जो की एक महिला पुलिस होती है और इन बच्चों की रिपोर्ट लिखती है।
सुबह सुबह शीला बनारस के सबसे बढ़िया बुनकरों को लेकर आनंद की हवेली में पहुंचती है और आनंद से मिलवाती है, आनंद उनको वो दुपट्टा दिखाता है और कहता है कि यही डिजाइन बनना चाहिए। इस पर सभी कारीगर कहते हैं ये किसी कुशल कारीगर का काम है, हम तो सिर्फ बुनकारी कर सकते हैं। इस पर आनंद झल्ला जाता है और शीला से कहता है कि आज शाम तक किसी भी हालत में उसको ये डिजाइन चाहिए।
कैलाशी देवी का परिवार सुबह का नाश्ता कर रहा होता है, तभी पुलिस वहां पहुंच जाती है और आनंद को गिरफ्तार करने लगती है। वहां पुलिस भैरवी तोमर से पता चलता है कि डोरी ने उसके बाबा के एक्सीडेंट की रिपोर्ट की है तभी कैलाशी देवी और भैरवी तोमर के बीच जुबानी जंग होने लगती है। इस पर कैलाशी देवी महिला पुलिस को तंज कसती है की लंबी ज़ुबान और लंबा धागा हमेशा उलझता है, इसलिए जुबान समेटकर और धागा लपेटकर रखना चाहिए।
शीला वहीं मौजूद होती है और ये सब देखकर बुनकर मोहल्ले में पहुंचती है। वहां डोरी ने बहुत ही खूबसूरत रंगोली बनाई थी, जिसे शीला गुस्से में अपने पैरों से मिटा देती है और मोहल्ले के सभी लोगो को इकट्ठा करके कहती है की इस डोरी ने तुम सबको बेरोजगार कर दिया है।
तभी गंगा वहां आता है और शीला से पूछता है की डोरी ने ऐसा क्या किया है जो सब बेरोजगार हो गए। शीला कहती है की ये बात अपनी बेटी से पूछो की इसने क्या किया है। गंगा डोरी की तरफ देखता है, डोरी नजरें चुराते हुए गंगा की तरफ देखती है और यहीं पर आज के एपिसोड की समाप्ति हो जाती है।
Doree Episode 10: निष्कर्ष
दोस्तों, क्या होगा आगे? क्या इसमें डोरी की कोई गलती है? या फिर सच में सब बेरोजगार हो जायेंगे? जानने के लिए डोरी का अगला एपिसोड देखना ना भूलें।